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बोर्ड परीक्षा केन्द्र में धांधली, मानक को किया गया दरकिनार

  

🔴नकल माफियाओं और विभाग की साठगाठ, सीएम योगी के  नकलविहीन परीक्षा कराने संकल्प पर पानी फेरने तैयारी

🔵 ग्लोबल न्यूज 

कुशीनगर। शासन के गाइडलाइन को दरकिनार व निर्देशो को ठेंगा दिखाकर मानक के विपरीत विद्यालयो को बोर्ड परीक्षा केन्द्र बनाये जाने का मामला प्रकाश में आया है। ऐसी चर्चा है कि डेढ से दो लाख रुपये लेकर बिना मानक वाले विद्यालय का कार्यालय से स्तर से मानक दिखाकर केन्द्र बनाया गया है। तेरह कमरो व बिना बाउंड्रीवाल वाले नेशनल पब्लिक स्कूल एक बानगी है जिसे विभाग की ओर से मानक के अनुरूप बोर्ड को रिपोर्ट भेजकर परीक्षा केन्द्र बना दिया गया है। इस खेल को अंजाम देने के लिए विभाग-ए-शहंशाह और नकल माफियाओं में मोटी डीलिंग हुई है ऐसी चर्चा जोरो पर है

बेशक! सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा नकलविहीन व पारदर्शी परीक्षा कराये जाने के संकल्प को कुशीनगर के नकल माफिया, डीआईओएस कार्यालय से मिलकर धज्जियाँ उडाने का चक्रव्यूह तैयार करने मे जुटे है। यही वजह है कि जनपद के हाटा तहसील क्षेत्र तुर्कडिहा स्थित लक्ष्मी सिंह इंटरमीडिएट कालेज मे 13 कमरे की जगह जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय द्वारा 29 कमरे का रिपोर्ट बोर्ड को भेजकर इस साल सेन्टर बनाया गया है जबकि हाटा तहसील क्षेत्र अंतर्गत ही तितला स्थित इंडियन पब्लिक इंटर कालेज मे न तो बोर्ड द्वारा निर्धारित कक्ष है और न ही विद्यालय का बाउंड्रीवाल है इसके बावजूद डीआईओएस कार्यालय ने मोटी रकम लेकर बोर्ड को मानक के अनुरूप विद्यालय का रिपोर्ट भेजकर परीक्षा केन्द्र बनवाने की सूचना मिल रही है। इसके अलावा कप्तानगंज तहसील क्षेत्र मे उर्मिला देवी इंटर कालेज अहिरौली कुसम्हा समेत आठ ऐसे वित्तविहीन विद्यालयो को परीक्षा सेन्टर बनाया गया है जो किसी स्तर से बोर्ड द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप नही है ऐसा सूत्रो का दावा है।हालाकि उर्मिला देवी इंटरमीडिएट कालेज अहिरौली कुसम्हा के प्रबंधक का कहना है उनका विद्यालय बोर्ड के हर मानक मानक को पुरा करता है। वर्ष 2017 से वर्ष 2022 तक परीक्षा केन्द्र के रूप में उनका विद्यालय सेंटर बनता रहा है। दो साल राजनीति दबाब के वजह से सेंटर नही बना लेकिन मानक मे कही कोई कमी नही है। 

🔴पिछले साल की अपेक्षा नौ हजार परीक्षार्थी कम, घटना चाहिए केन्दो की संख्या 

बतादे पिछले साल बोर्ड परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने की गरज से कुशीनगर जनपद में कुल 152 परीक्षा केन्द्र बनाये गये थे जबकि इस वर्ष पिछले साल के अपेक्षा नौ हजार परीक्षार्थियों की संख्या कम है उस हिसाब से 18 परीक्षा केन्द्र पिछले साल के अपेक्षा कम होना चाहिए। अब देखना दिलचस्प होगा कि यहा के विभाग-ए-शहंशाह और उनके कारिंदे क्या गुल खिलाते है। 

🔴 वर्षो से बन रहे परीक्षा केन्द्रों को किया गया नजर अंदाज 

शिक्षको मे इस बात को लेकर आक्रोश है कि दो दशको से लगातार सकुशल बोर्ड परीक्षा संपन्न कराने वाले सेन्टरो को इस साल परीक्षा केंद्र नही बनाया गया है। इसमे जानकी देवी इंटरमीडिएट प्रसिद्ध मठिया, चनद्रावती देवी इंटर कालेज पकडी बांगर सहित आधा दर्जन विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र नही बनाया गया है जबकि यह सभी विद्यालय बोर्ड के मानक कज अनुरूप है और पूर्व मे यह विद्यालय परीक्षा केन्द्र बनते रहे है।

🔴 परीक्षा केन्द्र के लिए क्या है मानक

विद्यालय मे सीसीटीवी, एक हजार क्षमता वाले विद्यालय को 30 अंक, 750 क्षमता वाले विद्यालय को 20 व 500 छात्रो के क्षमता वाले विद्यालय को 10 अंक प्रयोगशाला क्रियाशील  होने पर वरीयता मिलती है, जिसके चित्र भी अपलोड करने होते हैं, स्कूलों की अपनी मेरिट बनती है, जिसमें राज्य, जिला टॉप करने वाले छात्रों की संख्या और आधारभूत सुविधाएं अंक दिलाती हैं, आवेदन  ऑनलाइन अपलोड करनी होती हैं, जिसमें 91 बिंदुओं की जानकारी देनी होती है

🔴 इनको नही बना सकते है केन्द्र 

जिन विद्यालयों के कक्ष सड़क या गली में खुलते हैं, उन्हें असुरक्षित मानते हुए केंद्र नहीं बनाया जा सकता है।इसके अलावा प्रबंधकीय या प्रधानाचार्य विवाद वाले स्कूलों को केंद्र नहीं बना सकते है। इसी तरह वित्तविहीन स्कूलों में 125 से कम छात्र संख्या वाले स्कूल केंद्र नही बनाया जा सकता है। पिछले 3 साल में गड़बड़ी करने वाले स्कूल.प्रबंधकीय विवाद वाले स्कूल को किसी भी दशा मे केन्द्र नही बनाया जा सकता है।

🔵 रिपोर्ट - संजय चाणक्य 

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